🌻 MEDIEVAL HISTORY FECTS 🌻
1. खलीफा ने इस्लामिक इतिहास में सर्वप्रथम महमूद गजनवी को सुल्तान की उपाधि दी।
2. मोहम्मद गोरी ने 1176 ई. में सुल्तान पर आक्रमण किया।
3. 25 मार्च, 1206 ई. के धमयक में शिया विद्रोहियों और खोखरों ने मोहम्मद गोरी की हत्या कर दी।
4. 1202-03 ई. में कुतुबद्दीन ऐबक ने कालिंजर पर आक्रमण किया उस समय वहाँ का शासक पर्मार्दिदेव था।
5. कुतुबद्दीन ऐबक की नवम्बर 1210 ई. में लाहौर में घोड़े से गिर जाने से मृत्यु हो गई।
6. नवम्बर 1210 से जून 1211 ई. तक ऐबक के पुत्र आरामशाह ने शासन किया।
7. बलबन 1249 ई. में नायब-ए-मामलिकात के पद पर बैठा।
8. बलबन ने सिक्कों पर जिल्ले इलाही खुदवाया और मद्यपान बन्द करवाया।
9. इल्तुतमिश दिल्ली का पहला सुल्तान था जिसे 1229 ई. में बगदाद के खलीफा ने मान्यता दी।
10. सम्पूर्ण सल्तनत युग में सिद्धपाल पहला और अन्तिम हिन्दू था जिसे दिल्ली दरबार में उच्च पद मिला।
11. जलालउद्दीन खिजली 1290 ई. में 70 वर्ष की आयु में सुल्तान बना। उसकी राजधानी किलोखरी थी।
12. खिलजी वंश के इतिहास का महत्वपूर्ण स्रोत जियाउद्दीन बर्नी का तारीख-ए-फिरोजशाही है।
13. 1316 ई. में अलाउद्दीन खिलजी की जलोदर रोग से मृत्यु हो गई।
14. अलाउद्दीन प्रथम सल्तनत शासक था जिसने उलेमाओं की उपेक्षा की थी।
15. अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली को अनेक व्यापारिक केन्द्रों से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया।
16. गियासुद्दीन तुगलक को 1315 ई. में अलाउद्दीन खिलजी ने दीपलपुर का सूबेदार नियुक्त किया। उसने 29 बार आक्रमणकारियों को परास्त किया। इसीलिए वह मलिक-उल-गाजी के नाम से विख्यात हुआ।
17. मोहम्म बिन तुगलक ने अपने सिक्कों पर 'अल सुल्तान जिल्ली अल्लाह', 'ईश्वर सुल्तान का समर्थक है' आदि अंकित करवाया।
18. अफ्रीकी यात्री इब्नबतूता मोहम्मद तुगलक के शासन का में भारत आया।
19. नसीरुद्दीन मोहम्मद शाह के काल में कबीरुद्दीन ओलिया के मकबरे का निर्माण हुआ जो लाल गुम्बद के नाम से विख्यात है।
20. सिंचाई कर उपज का दसवाँ भाग था। फिरोज तुगलक ने ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया।
21. सिकन्दर लोदी ने 1504 ई. में आगरा बसाया।
22. हेनरी इलियट और एल्फिंस्टन ने फिरोज तुगलक को सल्तनत युग का अकबर कहा।
23. मलिक सरवर नामक एक हिजड़ा जिसे 'सुल्तान उस शर्क' की उपाधि मिली थी जौनपुर में स्वतन्त्र शासक बन बैठा और शर्की राजवंश की नींव डाली।
24. दिल्ली सल्तनत में सुल्तान की सहायता के लिए एक मन्त्रिपरिषद् होती थी जिसे मजलिस-ए-खलवत कहा जाता था।
25. दीवान-ए-अमीर कोही की स्थापना मोहम्मद बिन तुगलक ने की जिसने काफी विशिष्टता प्राप्त की।
26. फिरोजशाह तुगलक ने 'हाब-ए-शर्ब' नामक सिंचाई कर लगाया। इसकी दर उपज का 1/20वाँ भाग थी।
27. राजवाही और उलूग खाजी फिरोजशाह तुगलक द्वारा बनवायी गईं प्रमुख नहरें थीं।
28. नौसेनिक बेड़े को बहर कहा जाता था। इसका अध्यक्ष अमीर-ए-बहर होता था।
29. मोहम्मद तुगलक ने अनेक करों को माफ किया जिससे व्यापार में वृद्धि हुई।
30. कश्मीर का सबसे उल्लेखनीय शासक जैन-उल-अबीदीन हुआ है जिसे 'कश्मीर का अकबर' कहा जाता है।
31. शेख निजामुद्दीन ओलिया का जन्म 1236 ई. में बदायूँ में हुआ था।
32. नरसिंह सालुव के पश्चात् उसका नाबालिग पुत्र इम्मादि नरसिंह शासक बना और नरेश नायक उसका संरक्षक।
33. उसने 1512 ई. में रायचुर दोदआब पर अधिकार कर लिया और 1520 ई. में बीजापुर को रोंद डाला तथा गुलबर्गा का किला जीत लिया।
34. युद्ध में वीरत दिखाने वाले पुरुषों को सम्मान देने के लिए 'गंडपेद्र' नामक पैर में धारण करने वाला आभूषण दिया जाता था।
35. 1336 ई. में हरिहर प्रथम ने हम्पी राज्य की नींव रखी और उसी वर्ष विजयनगर को राजधानी बनाया।
36. देवराय प्रथम (1406-1422 ई.) के पश्चात् रामचन्द्र सिंहासन पर बैठा, परन्तु वह कुछ माह तक ही शासन कर सका. उसके पश्चात् उसके भाई ने 1430 ई. तक शासन किया।
37. विजयनगर प्रशासन में राजा (राय) के बाद युवराज का पद होता था। युवराज की नियुक्ति के बाद उसका राज्याभिषेक किया जाता था जिसे युवराज पट्टा भिषेकम कहा जाता था।
38. गुलबर्गा के बाद बीदर बहमनी साम्राज्य की राजधानी बनी।
39. सुल्तान शमसुद्दीन मुहम्मद तृतीय ने संगमेश्वर, गोआ और बेलगाँव को क्रमशः 1471, 1472 और 1473 ई. में जीता।
40. बाबर ने 1504 ई. में काबुल जीता और 1507 ई. में कान्धार जीतकर बादशाह की उपाधि धारण की। 1510 ई. में शैबानी खाँ मर्व के युद्ध में मारा गया।
81. अबुल फजल ने कानूनगो को 'कृषकों का आश्रम' कहा है।
82. अकबर के समय में स्वर्ण का सबसे बड़ा सिक्का 'इलाही' कहलाता था।
83. सती प्रथा, बाल विवाह तथा वैश्यावृत्ति का अन्त कराने का प्रयास अकबर ने किया।
84. मुगलकाल में वित्त मन्त्री को दीवान-ए-आला या दीवान-ए-कुल कहा जाता था, लेकिन औरंगजेब के काल में इसे वजीर-ए-मुअज्जम कहा जाता था।
85. फार्रुख सियर ने अपने शासन के प्रथम वर्ष में जजिया कर समाप्त कर दिया. 1717 ई. में इसे पुनः लागू कर दिया गया और 1719 ई. में फिर हटा लिया गया।
86. अकबर ने 1585 ई. में गज-ए-इलाही शुरू किया. यह 41 अंगुल के बराबर था।
87. 'गौगार' वास्तुकार को कहा जाता था। 'फिकह' इस्लामी विधिशास्त्र को कहा जाता था।
88. शाहजहाँ ने शासन के छठे वर्ष में शराब की बिक्री पर रोक लगा दी।
89. मुगलकाल में हाथी दाँत का काम अपने चर्मोत्कर्ष पर था। आगरा फतेहपुर सीकरी और जयपुर इसके प्रमुख केन्द्र थे।
90. औरंगजेब का राज्याभिषेक दोबार हुआ- प्रथम बार 1658 ई. में और दूसरी बार 1659 ई. में।
91. औरंगजेब ने 80 करों को समाप्त कर दिया। इनमें शहदारी एवं पानदारी प्रमुख थे। इन्हें आबवाब कहा जाता था।
92. औरंगजेब ने 1679 ई. में गैर मुसलमानों पर जजिया कर लगा दिया।
93. 1707 ई. में औरंगजेब की मृत्यु हो गई. दौलताबाद के निकट शेख जैन-उल-हक की मजार के निकट उसे दफना दिया गया।
94. औरंगजेब ने राजकुमारों से प्राप्त उपहार को 'निमाज' और अमीरों से प्राप्त उपहार को 'निसार' कहा।
95. औरंगजेब ने अपने शासन के ग्यारहवें वर्ष में झरोखा दर्शन की प्रथा समाप्त कर दी।
96. औरंगजेब ने अपनी एक पुत्री का विवाह दारा के पुत्र सिफिर शिकोह से और पाँचवी पुत्री का मुराद के लड़के इजीद बख्श से किया।
97. गुरु हरगोविन्द सिंह ने अकाल तख्त की स्थापना की।
98. शिवाजी ने मुगलों से पहला संघर्ष 1656 ई. में प्रारम्भ किया जब शिवाजी ने अहमदनगर और जुन्नार पर आक्रण किया।
99. शिवाजी के दो राज्याभिषेक हुए। पहले के पंडित गंगभट्ट थे और दूसरे राज्याभिषेक में निश्चलपुरी गोस्वामी नामक तांत्रिका था।
100. मालवा में 1435 ई. में महमूद खाँ ने खिलजी वंश की स्थापना की
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